प्रधानमंत्री खरीफ विपणन योजना 2024-2025: किसानों के लिए महत्वपूर्ण जानकारी:-
🔰नई दिल्ली, 2 अक्टूबर 2024 – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने विपणन सत्र 2024-25 के लिए खरीफ फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) में वृद्धि को मंजूरी दे दी है। इस योजना का उद्देश्य किसानों को उनकी उपज के लिए लाभकारी मूल्य सुनिश्चित करना है।
🔰पंजीयन क्या है?
प्रधानमंत्री खरीफ विपणन योजना के तहत, किसानों को अपनी फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) प्राप्त करने के लिए पंजीयन कराना आवश्यक है। यह पंजीयन किसानों को उनकी उपज के लिए उचित मूल्य दिलाने में मदद करेगा।
🔰किसको मिलेगा लाभ?
इस योजना का लाभ सभी पंजीकृत किसान उठा सकते हैं, जो खरीफ फसलों की खेती करते हैं। इसमें धान, ज्वार, बाजरा, मक्का, तुअर, मूंग, मूंगफली, सोयाबीन आदि फसलें शामिल हैं।
🔰क्यों मिलेगा लाभ?
इस योजना का उद्देश्य किसानों को उनकी उपज के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) प्रदान करना है, ताकि उन्हें उनकी लागत पर उचित लाभ मिल सके और उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार हो सके।
🔰कौन देगा लाभ?
यह लाभ केंद्र सरकार द्वारा प्रदान किया जाएगा। कृषि मंत्रालय और राज्य सरकारें मिलकर इस योजना को लागू करेंगी।
🔰कैसे लाभ मिलेगा?
किसानों को अपनी फसलों का पंजीयन कराना होगा। पंजीकृत किसानों को उनकी उपज के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) के आधार पर भुगतान किया जाएगा। इसके लिए किसानों को अपनी उपज को सरकारी खरीद केंद्रों पर बेचना होगा।
🔰कब लाभ मिलेगा?
खरीफ विपणन सत्र 2024-25 के लिए पंजीयन 19 सितम्बर से 4 अक्टूबर तक किया जा सकता है। इसके बाद, किसानों को उनकी उपज के लिए MSP के आधार पर भुगतान किया जाएगा।
🔰कहां आवेदन किया जाएगा?
किसान अपने नजदीकी कृषि कार्यालय या ऑनलाइन पोर्टल पर जाकर पंजीयन करा सकते हैं। इसके लिए उन्हें आवश्यक दस्तावेज और फसल की जानकारी प्रस्तुत करनी होगी।
🔰कौन कौन सा कागजात चाहिए?
पंजीयन के लिए किसानों को निम्नलिखित दस्तावेजों की आवश्यकता होगी:
➡️- आधार कार्ड
➡️- भूमि स्वामित्व प्रमाण पत्र
➡️- बैंक खाता विवरण
➡️- फसल की जानकारी (जैसे फसल का प्रकार, क्षेत्रफल आदि)
🔰निष्कर्ष:-
प्रधानमंत्री “खरीफ विपणन” योजना 2024-2025 किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है, जो उन्हें उनकी उपज के लिए उचित मूल्य दिलाने में मदद करेगी। इस योजना से किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा और उन्हें उनकी मेहनत का सही मूल्य मिलेगा।