झारखंड विधानसभा चुनाव 2024: मिथिलेश ठाकुर के नामांकन पर विवाद
गढ़वा रंका संवाददाता- विकास कुमार:- झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 के दौरान झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) के नेता और हेमंत सोरेन की कैबिनेट में मंत्री रहे मिथिलेश ठाकुर का नामांकन रद्द करने की मांग उठी है। भाजपा ने निर्वाचन आयोग से शिकायत की है कि मिथिलेश ठाकुर के करीबी गांव-गांव में जाकर खुलेआम शराब, कपड़ा, साड़ी और घड़ी बांट रहे हैं। भाजपा का कहना है कि यह आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है और चुनाव आयोग के नियमों का भी उल्लंघन है।
भाजपा के एक प्रतिनिधिमंडल ने झारखंड के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के रवि कुमार से मिलकर इस मामले की शिकायत की है। प्रतिनिधिमंडल ने अपनी शिकायतों के समर्थन में एक वीडियो भी मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के कार्यालय को सौंपा है। भाजपा ने मांग की है कि मिथिलेश ठाकुर के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए और उनके नामांकन को रद्द किया जाए। प्रतिनिधिमंडल में सुबोधकांत और पुष्कर तिवारी शामिल थे।
इस विवाद के केंद्र में एक वीडियो है, जिसे भाजपा ने चुनाव आयोग को सौंपा है। इस वीडियो में मिथिलेश ठाकुर के करीबी लोगों को गांव-गांव में जाकर शराब, कपड़ा, साड़ी और घड़ी बांटते हुए दिखाया गया है। भाजपा का आरोप है कि इन चीजों का वितरण करके झामुमो के पक्ष में मतदान करने की अपील की जा रही है। भाजपा का कहना है कि यह चुनाव आयोग के नियमों का उल्लंघन है और आदर्श आचार संहिता का भी उल्लंघन है।
भाजपा ने इस मामले में सख्त कार्रवाई की मांग की है और कहा है कि मिथिलेश ठाकुर के नामांकन को रद्द किया जाना चाहिए। भाजपा के प्रतिनिधिमंडल ने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के रवि कुमार से मिलकर इस मामले की शिकायत की और वीडियो साक्ष्य भी सौंपा। प्रतिनिधिमंडल में सुबोधकांत और पुष्कर तिवारी शामिल थे।
इस मामले ने झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 में एक नया मोड़ ला दिया है। मिथिलेश ठाकुर के नामांकन पर उठे इस विवाद ने चुनावी माहौल को और भी गर्म कर दिया है। अब देखना यह है कि चुनाव आयोग इस मामले में क्या कार्रवाई करता है और मिथिलेश ठाकुर के नामांकन पर क्या निर्णय लिया जाता है। इस विवाद ने झारखंड की राजनीति में हलचल मचा दी है और सभी की निगाहें अब चुनाव आयोग के फैसले पर टिकी हैं।