श्रीबंशीधर नगर में हेडमास्टर रिश्वत मामले में गिरफ्तार, एसीबी ने की कार्रवाई
गढ़वा रंका संवाददाता- विकास कुमार:- श्रीबंशीधर नगर के राजकीय मध्य विद्यालय नगर ऊंटारी में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। विद्यालय के हेडमास्टर अनिल कुमार विश्वकर्मा को एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने 5000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया। यह कार्रवाई स्कूल प्रबंधन समिति के अध्यक्ष की शिकायत पर की गई।
शिकायत के अनुसार, हेडमास्टर अनिल कुमार विश्वकर्मा ने विद्यालय से संबंधित एक कार्य के लिए 5000 रुपये की रिश्वत मांगी थी। स्कूल प्रबंधन समिति के अध्यक्ष ने इस अनियमितता को गंभीरता से लेते हुए एसीबी को सूचित किया। एसीबी ने शिकायत की जांच की और एक जाल बिछाकर हेडमास्टर को रंगे हाथों पकड़ लिया।
जब एसीबी की टीम हेडमास्टर के कार्यालय पहुंची, तो उन्होंने देखा कि अनिल कुमार विश्वकर्मा रिश्वत की रकम को अपने कार्यालय की टेबल पर रख रहे थे। एसीबी अधिकारियों ने तुरंत हस्तक्षेप किया और हेडमास्टर को गिरफ्तार कर लिया। उनके खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।
इस घटना ने विद्यालय में हड़कंप मचा दिया है। छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों के बीच विश्वास की कमी पैदा हो गई है। विद्यालय के अन्य कर्मचारियों ने इस घटना पर निराशा व्यक्त की है और कहा है कि यह शिक्षा के मंदिर में भ्रष्टाचार का काला धब्बा है।
विद्यालय के कुछ छात्रों ने भी इस घटना पर प्रतिक्रिया दी और कहा कि वे अपने हेडमास्टर से ऐसे व्यवहार की उम्मीद नहीं करते थे। उन्होंने कहा कि एक शिक्षक का काम केवल पढ़ाई कराना नहीं है, बल्कि वे बच्चों के लिए एक आदर्श भी होते हैं। ऐसे में भ्रष्टाचार जैसा कृत्य समाज और शिक्षा दोनों के लिए हानिकारक है।
विद्यालय प्रबंधन ने इस घटना पर तत्काल कार्रवाई करते हुए अनिल कुमार विश्वकर्मा को निलंबित कर दिया है और उनके स्थान पर अस्थायी रूप से एक अन्य शिक्षक को हेडमास्टर का कार्यभार सौंपा गया है। स्कूल प्रबंधन ने यह भी सुनिश्चित किया है कि वे छात्रों और अभिभावकों के विश्वास को बहाल करने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे।
एसीबी ने इस मामले की गहन जांच शुरू कर दी है और अन्य संभावित दोषियों की जांच की जा रही है। एसीबी के एक अधिकारी ने कहा कि वे भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कदम उठाएंगे और किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।
इस घटना ने श्रीबंशीधर नगर में शिक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं और लोग उम्मीद कर रहे हैं कि ऐसे भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।